टीकाकरण के बाद बच्चों को बुखार होने पर क्या करें? सम्पूर्ण देखभाल गाइड
टीकाकरण बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए अत्यंत आवश्यक होता है। लेकिन कई बार टीका लगने के बाद बच्चों को हल्का बुखार, शरीर में दर्द या सुस्ती
टीकाकरण के बाद बुखार क्यों होता है?
टीका लगने के बाद शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) सक्रिय होती है और वायरस या बैक्टीरिया के खिलाफ एंटीबॉडी बनाना शुरू करती है। इसी प्रक्रिया में शरीर में थोड़ी गर्मी या बुखार
बच्चों को आराम कैसे दें? – आसान घरेलू उपाय
- ठंडे पानी की पट्टियां: बच्चे के सिर या शरीर पर गीले कपड़े से सेंक देने से राहत मिलती है।
- हल्के कपड़े पहनाएं: ज्यादा कपड़े पहनाने से शरीर की गर्मी बाहर नहीं निकलती। आरामदायक और सूती कपड़े पहनाएं।
- दूध और तरल पदार्थ: बच्चे को बुखार के दौरान तरल पदार्थ (जैसे कि माँ का दूध, पानी, नारियल पानी आदि) अधिक मात्रा में दें।
- आराम करें: बच्चे को खूब आराम करने दें और ज्यादा खेलने-कूदने से रोकें।
बुखार होने पर दवा देना चाहिए या नहीं?
यदि बुखार 101°F (38.3°C) से ऊपर है, तो डॉक्टर की सलाह से पेरासिटामोल (Paracetamol) दी जा सकती है। लेकिन कभी भी खुद से दवा न दें। सही डोज़ बच्चे की उम्र और वजन के अनुसार दी जाती है, जो केवल डॉक्टर ही निर्धारित कर सकते हैं।
कब डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए?
- अगर बुखार 48 घंटे से ज्यादा बना रहे
- बच्चा बहुत रो रहा हो या स्तनपान न कर रहा हो
- त्वचा पर लाल चकत्ते (rashes) दिखें
- बार-बार उल्टी या दस्त हो
- अत्यधिक सुस्ती या बेहोशी जैसे लक्षण हों
क्या टीकाकरण टालना चाहिए अगर बुखार होता है?
बिलकुल नहीं। टीकाकरण बेहद जरूरी है और यह बुखार कुछ समय का होता है, लेकिन बीमारियों से सुरक्षा जीवनभर की होती है। यदि बच्चा पहले से बीमार है, तो डॉक्टर से सलाह लेकर टीकाकरण की तिथि बदली जा सकती है।
टीकाकरण के बाद की देखभाल के सुझाव
- टीका लगने वाली जगह को न छुएं, न ही मलें।
- बच्चे को अच्छी नींद लेने दें।
- यदि टीकाकरण के बाद सूजन हो, तो ठंडी पट्टी रखें।
- बच्चे की हर गतिविधि पर ध्यान दें – मूड, रोना, नींद, स्तनपान आदि।
निष्कर्ष
टीकाकरण के बाद बच्चों को हल्का बुखार होना सामान्य बात है। उचित देखभाल और प्यार से बच्चा जल्दी ठीक हो जाता है। यदि कोई भी लक्षण सामान्य से अधिक लगे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। बच्चों की सेहत के लिए टीकाकरण न टालें और सही जानकारी के साथ उसकी देखभाल करें।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल शिक्षा के उद्देश्य से दी गई है। किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह के लिए अपने बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य करें।
Comments
Post a Comment